लक्सर (फ़रमान खान) रायसी हर्ष विद्या मंदिर (पी.जी.) कॉलेज की गृह विज्ञान विभाग की छात्राओं ने अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करते हुए चमन लाल डिग्री कॉलेज में आयोजित गढ़ भोज दिवस पर मोटे अनाज से बने व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि ने कॉलेज के साथ-साथ पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है।प्रतियोगिता में कई कॉलेजों की टीमों ने भाग लिया।
हर्ष विद्या मंदिर पी.जी. कॉलेज की छात्राओं ने अपने अनोखे व्यंजनों और पारंपरिक खाद्य पदार्थों के आधुनिक रूपांतर से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन छात्राओं ने मोटे अनाज जैसे बाजरा, रागी, झींगोरा और सवा का प्रयोग करके पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। इनके द्वारा तैयार किए गए व्यंजन थे:बाजरे की पंजीरी: पारंपरिक स्वाद और पौष्टिकता का अद्वितीय संगम।रागी के स्प्रिंग रोल: स्वास्थ्य और स्वाद का बेहतरीन मेल।झींगोरा की खीर: उत्तराखंडी व्यंजन को एक नई पहचान देते हुए।सवा की खीर: पुराने जमाने की मिठास को आधुनिक रूप में प्रस्तुत किया।प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं मेकस खुशी किरण शीतल आंचल नगमा मुस्कान और सहराज जो बीएससी और एमएससी गृह विज्ञान की छात्राएं हैं ने अपने कौशल और सृजनात्मकता से सभी का ध्यान आकर्षित किया। इन छात्राओं की मेहनत और समर्पण का परिणाम था कि प्रतियोगिता में उपस्थित गृह विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. नीतू गुप्ता और अन्य प्राध्यापकों ने भी उनकी भरपूर सराहना की।
निर्णायक मंडल जिसमें अलग-अलग महाविद्यालयों के प्रतिष्ठित प्राध्यापक शामिल थे। छात्राओं की रचनात्मकता, पोषण मूल्य और स्वाद को विशेष रूप से सराहा। छात्राओं ने न केवल पारंपरिक व्यंजनों को प्रस्तुत किया बल्कि उनमें आधुनिकता का भी समावेश कर उन्हें एक नया रूप दिया। इस प्रतिस्पर्धा में अन्य प्रतिभागियों की ओर से भी उत्कृष्ट व्यंजन प्रस्तुत किए गए, लेकिन हर्ष विद्या मंदिर की टीम ने अपने स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजनों से निर्णायकों और उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया।हर्ष विद्या मंदिर पी.जी. कॉलेज के प्रबंधक डॉ केपी सिंह सचिव हर्ष कुमार दौलत प्राचार्य डॉ अजीत राव और बीएड प्राचार्य डॉ. केपी तोमर ने छात्राओं को इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई दी और गृह विज्ञान विभाग की प्रमुख अंजू बर्छीवाल का धन्यवाद करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा “यह उपलब्धि न केवल हमारे कॉलेज की प्रतिष्ठा को बढ़ाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हमारी छात्राएं भविष्य में भी इसी तरह उत्कृष्टता की ओर अग्रसर रहेंगी।प्राचार्य डॉ अजीत राव ने कहा, छात्राओं की यह सफलता उनके परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है। हमारी गृह विज्ञान विभाग की टीम ने जिस तरह से पारंपरिक व्यंजनों को एक नए और स्वास्थ्यवर्धक रूप में प्रस्तुत किया, वह सराहनीय है।गृह विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ नीतू गुप्ता ने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी छात्राओं ने गहन तैयारी की थी और मोटे अनाज के महत्व को समझते हुए उनके उपयोग से आधुनिक और पारंपरिक व्यंजन तैयार किए। यह न केवल छात्राओं के लिए एक शैक्षिक अनुभव था।बल्कि उन्हें भारतीय खानपान की समृद्ध परंपरा और उसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों को समझने का भी अवसर मिलेगा।