लक्सर क्षेत्र के गनौली गांव में 648 वी संत रविदास जयंती बड़ी धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया। शोभायात्रा में शामिल लोगों ने बताया के हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी संत रविदास जी की जयंती को बड़ी ही धूमधाम के साथ मना रहे है। गनौली गांव के युवाओं में इस बार काफी उत्साह और जोश दिखाई दे रहा है।
इन्होंने बताया के गुरु रविदास जी मध्यकाल में सिद्ध संत थे। इन्हें संत शिरोमणि संत गुरु की उपाधि दी गई है। इन्होंने रविदासीया, पंथ की स्थापना की और इनके रचे गए कुछ भजन सिख लोगों के पवित्र ग्रंथ गुरुग्रंथ साहिब में भी शामिल हैं। इन्होंने जात पात का घोर खंडन किया और आत्मज्ञान का मार्ग दिखाया।
इस अवसर पर गनौली गांव के अंकुश, रविन्द्र, धर्मेंद्र, रंजीत, लालसिंह, नरेश मास्टर,मुनेश मास्टर, ऋषिपाल मास्टर, धर्मवीर, अंकित रजत, वरुण, अमन गौतम, नितिन मेनपाल, सुदेश, तेजपाल, प्यारेलाल आदि के साथ साथ क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।