लक्सर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के कम होते जा रहे स्टोपेज़ को लेकर क्षेत्र के लोगो मे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी दिखाई दें रही है।
नगर के राजेश, वीरेंदर, दीपक, रोहित, दिनेश आदि ने बताया के यहाँ के जनप्रतिनिधी सिर्फ नाम मात्र के रह गए है उन्हें अपनी सिर्फ कुर्सी से मतलब है। अब जनता के दुख दर्द से इन्हे कोइ सरोकार नहीँ रह गया है।
इन्होने बताया के लक्सर रेलवे स्टेशन पर धीरे धीरे सभी ट्रेनों का स्टोपेज बंद होते जा रहे है जिससे आवागमन मे बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, हमारे पूर्व के और वर्तमान के जनप्रतिनिधि भी इस और कोइ खासा ध्यान नहीँ दें रहे है।
डेली पेसेंजर एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया के हम लोग रोज रुड़की, सहारनपुर, हरिद्वार, ज्वालापुर आदि से लक्सर मे व्यापार करने आते है। पहले तो लक्सर के लिए सभी जगहों से ट्रैन की सुविधा थी लेकिन कोरोना काल के बाद से लक्सर मे ट्रैन की सुविधा न के बराबर हो गयी है। जिसके वजह से हमें आने जाने मे काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और इससे व्यापार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इन्होने बताया के इस सम्बन्ध मे इन्होने पूर्व के और वर्तमान के सभी जनप्रतिनिधियों को इस समस्या के विषय मे अवगत करा चुके है लेकिन अभी तक इसका कोइ समाधान नहीँ हो पाया है।